साहित्यकारों की नजर में …….
Published about Dr. Ram Prasad Singh in “World Literature in English: Critical Responses” titled: “ A persual of Dr. Ram Prasad Singh’s Magahi Sahitya Ka Itihas and Magahi Lok Geet ke Vrahad Sangrah“.
– C.L Khatri
” इसमें संदेह नहीं की जो कार्य डॉ. दिनेश चंद्र सेन बंगला लोक साहित्य के लिए तथा झबेर मेघानी ने गुजरात लोक साहित्य के लिए सम्पादित किया है, वही महनीय कार्य मगही के लिए डॉ. राम प्रसाद सिंह कर रहे हैं । ये अपना तन, मन और धन भी मगही लोक साहित्य की रक्षा तथा समृद्धि में लगा रहे हैं । “
– डॉ. कृष्णदेव उपाध्याय
” हिंदी भाषा और साहित्य एवं भारतीय लोक साहित्य के सुधी विद्वान मगही भाषा और साहित्य के मर्मज्ञ शौधेतसु, हिंदी और मगही भाषाओं में दर्जनों रचनाओं के यशस्वी प्रणेता सुकवि और पत्रकार डॉ. राम प्रसाद सिंह ने अपने आप में एक जीवंत रचनात्मक संसथान हैं । मैं राम प्रसाद की सारस्वत साधना को सश्रद्ध भाव से नमन करता हूँ और इनके दीर्घ आयुष्य की कामना करता हूँ । “
– प्रो. श्यामनंदन शास्त्री ‘हंसराज’
” काशी विश्वनाथ जो हिंदी में जयशंकर प्रसाद देलन ।
गया गजाधर के कृपा से मगही में राम प्रसाद भेलन ।
प्रसाद के सजावल हिंदी गर हिंदी के राष्ट्रीय भाषा हे ।
प्रसाद के पालल मगही, मगही के चमकइयत आशा हे । “
– श्रीनंदन शास्त्री
” मगही मइया के सपूत कर्मठता के मूरत, राम प्रसाद जी के कीमत के, के, उठ के औकात ? “
– डॉ. स्वर्णकिरण
” डॉ. राम प्रसाद सिंह सुधी साहित्यकार, समीक्षक , कवि , कथाकार और पत्रकार हैं । मगही भाषा के मौलिक यशस्वी रचनाकारों में वो अग्रगणय हैं । उनके द्वारा मगही की बहुमुखी सेवाएं ऐतिहासिक महत्व की हैं । “
– डॉ. सम्प्रति अर्याणी
” डॉ. राम प्रसाद सिंह एगो बहुमुखी प्रतिभा के सफल साहित्यकार, कुशल संपादक, उच्च कोटि के व्यवस्थापक आउ संगठनकर्त्ता, मगही आंदोलन के पुरोधा, साहित्यकारन के पुरस्कार-प्रदाता आउ भारतीय सामजिक-सांस्कृतिक संरचना के चिंतक आउ ओकर चिकित्सक हथ । “
– रामविलास ‘रजकण’
” अभिजात्य साहित्य के सफल चितेरा और लोक साहित्य के चर्चित, मर्मज्ञ, श्रद्धेय डॉ. राम प्रसाद सिंह ने दोनों धाराओं में अवगाहन कर अपने लिए एक विशेष जगह बना ली । “
– डॉ. देवनंदन सिंह, प्रधानाचार्य